निसर्गाविषयी पवारी भाषेत लिहिलेला लेख निसर्गाविषयी पवारी भाषेत लिहिलेला लेख
मैं भी चौंक गई सच में एक बून्द आंसू नहीं थे भाभी के आँखों में ना कोई ग़म ! मैं भी चौंक गई सच में एक बून्द आंसू नहीं थे भाभी के आँखों में ना कोई ग़म !
महाराज अब आप विश्राम करें और किसी वस्तु की आवश्यकता हो तो कृपया बताएं।। महाराज अब आप विश्राम करें और किसी वस्तु की आवश्यकता हो तो कृपया बताएं।।
शायद इसमे हमारे समाज की ये सोच है कि बेटा ही माँ बाप के बुढ़ापे की लाठी होता है। शायद इसमे हमारे समाज की ये सोच है कि बेटा ही माँ बाप के बुढ़ापे की लाठी होता है।
बच्चों की प्रतिभा का गला न घोंटने की शिश्रा देती एवं पिता के स्नेह को दर्शाती भावपूर्ण कहानी। बच्चों की प्रतिभा का गला न घोंटने की शिश्रा देती एवं पिता के स्नेह को दर्शाती भ...
रोते हुए राहुल ने माँ के चरण पकड़ लिए और माफ़ी माँगने लगा, "माँ, मुझसे भूल हुई।" माँ ने उसे उठाकर ह्... रोते हुए राहुल ने माँ के चरण पकड़ लिए और माफ़ी माँगने लगा, "माँ, मुझसे भूल हुई।"...